Friday 30 December 2011

तेरे दर से आस लगी बाबा
मुझे खाली हाथ न मोड़ना
चाहे टूटे नाता इस जग से
मुझसे नाता न तोड़ना
मै तेरे दर का पुजारी हूँ
मेरे ब्रह्मा विष्णु तुम्ही साईं
तुम्ही तो गणेश का रूप हो
तुममे साडी सृष्टि समायी
सभी देवी देव तुम्ही साईं
मुझे दीखता कोई और ना
तेरे दर से आस लगी बाबा
मुझे खाली हाथ न मोड़ना
चाहे टूटे नाता इस जग से
मुझसे नाता न तोड़ना
तुझसे बस इतना मांगू में
मेरा अतिथि भूखा न जाये
तेरा रहमों करम हो बस इतना
कोई खाली हाथों न जाये
औलाद मेरी कभी दुखी न हो
                                                       मेरे घर में हो कोई थोड़

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